बीते कई दिनों से अशांत चल रहे संदेशखाली में फिर से हिंसा शुरू हो गई हैं। दरअसल गुस्साए लोगों ने आज शुक्रवार सुबह भगोड़े शाहजहां शेख के ठिकानों पर आग लगा दी है। लोगों ने जिस जगह आगजनी की है, वह शाहजहां शेख के भाई सिराज की बताई जा रही है। बवाल की खबर मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और किसी तरह भीड़ को नियंत्रण में लाया गया।

गुस्साए लोगों का आरोप है कि वर्षों से पुलिस ने कुछ नहीं किया, यही वजह है कि अब वे खुद अपना सम्मान और जमीन पाने के लिए सबकुछ करेंगे और भाजपा की महिला नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आज संदेशखाली पहुंची हुईं हैं .जहां प्रतिनिधिमंडल पीड़ित महिलाओं और स्थानीय लोगों से मिलेगा और वार्तालाप करने वाला है। अभी पुलिस ने भाजपा के प्रतिनिधिमंडल को संदेशखाली जाने से रोका है और भाजपा नेताओं और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी बहस हो गई। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा की राज्य ईकाई की महासचिव लॉकेट चटर्जी और अग्निमित्रा पॉल कर रही हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का एक प्रतिनिधिमंडल भी आज संदेशखाली का दौरा करेगी। मानवाधिकार आयोग ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार और राज्य के डीजीपी को नोटिस जारी कर संदेशखाली हिंसा पर जवाब तलब किया था।

मामला –

जनजातीय आयोग को जमीन पर अवैध कब्जे और यौन शोषण की 23 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिसपर मुख्य आरोपी टीएमसी नेता शाहजहां शेख बीती 5 जनवरी से भागा हुआ चल रहा है। 5 जनवरी को ईडी की टीम राशन घोटाले में उनके ठिकानों पर छापा मारने पहुंची थी, लेकिन शाहजहां शेख के समर्थकों ने ईडी की टीम पर हमला कर दिया। जिसमें ईडी की अधिकारी घायल हो गए थे। उस घटना के बाद से ही शाहजहां शेख फरार है।