दिल्ली में सियासी उठापटक लगी हुई है। सीएम केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान भी कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से जल्द चुनाव कराने की मांग भी की है। ये तमाम घटनाक्रम अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद होनी शुरू हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में जमानत दे दी है। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने भी मांग की है कि राज्य में महाराष्ट्र के साथ चुनाव हों। उधर केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान के बाद सियासत भी तेज हो गई है।वहीं दिल्ली कांग्रेस ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की घोषणा को दिखावा बताया है।

ये सभी कुछ बीते शुक्रवार से जारी है। दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ी राहत मिली। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सशर्त जमानत दे दी। केजरीवाल बीते शुक्रवार शाम को तिहाड़ जेल से बाहर आए और जून के अंत में आप नेता को केंद्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। आप नेता ने कहा कि जब तक लोग उन्हें ईमानदारी का प्रमाण-पत्र नहीं दे देते, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। आज सोमवार को बैठक बुलाई गई है जिसमें नए सीएम के नाम पर सहमति बनाई गई है इसकी आशंका जताई जा रही है। केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘हम चुनाव आयोग से दिल्ली में नवंबर में ही चुनाव कराने की मांग करेंगे।’दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है और फरवरी की शुरुआत में चुनाव होने की उम्मीद है।